Wednesday, July 11, 2012

तुने साईं द्वार पे जितने दीप जलाये उतना ही अँधियारा तेरे जीवन से घट जाये रब से दूर रंगीली दुनिया खोटी है चमकीली दुनिया कब तक तू इस जग चकियाँ के पाट में पिसता जाये तुने साईं द्वार पे जितने दीप जलाये उतना ही अँधियारा तेरे जीवन से घट जाये.... ॐ साईं राम...ॐ साईं राम...ॐ साईं राम...ॐ साईं राम...

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