दया करो रक्षा करो साईं तुम दया निधान
 साईं तेरे चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम
 साईं तेरे चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम,
 
साईं जैसा दयानिधि कोई न देखा होगा
 भक्तों को तो तारा है पापी भी तर गया होगा
 जपता रहूँ मैं साईं नाम सुबह हो या शाम,
 
अगर साईं को पाना है तो मैं को मिटाना होगा
 सूरज के आने से पहले रात को जाना होगा
 साईं मेरा सच्चा खुदा खुदी का नहीं है काम,
 
नेकी मुझको देना साईं बड़ी न आने पाये
 इक बार मेरा साईं आ जाये फिर न जाने पाये
 चरणों में साईं विनती है दे दो मुझको ज्ञान,
 
साईं ब्रह्मा शंकर शक्ति शिव नारायण आप
 सिमरन करून साईं का मिट जायें मेरे पाप
 करुणासिन्धु नाम है तेरा साईं नाथ सुजान,
 
दया करो रक्षा करो साईं तुम दया निधान
 साईं तेरे चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम
 साईं तेरे चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम...
 
जय हो जय हो जय हो साईं राम..
 
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